उरई/माधौगढ़। जिले को 2026 तक 1200 मेगावाट का सौर ऊर्जा प्लांट मिल सकता है। इससे 12 लाख आबादी के घरों को रोशन किया जा सकेगा। दो तहसीलों के 23 गांवों के करीब साढ़े तीन सौ किसानों की भूमि लीज पर ली जा रही है। उन्हें हर साल किराया दिया जाएगा। जमीन से जुड़ी कार्रवाई जल्द पूरी करने की कवायद की जा रही है।
बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड जिले में सौर ऊर्जा प्लांट लगा रहा है। करीब छह हजार करोड़ की लागत से बनने वाला यह प्लांट छह हजार एकड़ भूमि में लगेगा। इसमें 50 फीसदी भूमि सरकार की और 50 फीसदी भूमि ग्रामीणों की होगी। पहले प्लांट के के लिए माधौगढ़ के 11 गांव लिए गए थे, लेकिन अब सात गांव और शामिल किए गए हैं। इसमें 2042 किसानों की भूमि लीज पर ली जाएगी। इसके साथ ही उरई तहसील के पांच गांवों के 1480 किसानों की भूमि को लीज पर लिया जाएगा।
परियोजना अधिकारी नेडा राजेश पांडेय ने बताया कि तीन साल में इस प्लांट को तैयार करने की कोशिश की जा रही है। बैठक कर इस प्लांट के लिए लीज पर ली जा रही भूमि को लेकर कार्रवाई तेज करने को लेकर योजना बनाई गई है। किसानों को इसके लिए अपना आधार कार्ड, पैनकार्ड, पास बुक की फोटोकापी और एक फोटो लेकर आना है। बिजली विभाग के जेई सुमित साहू ने बताया कि 1200 मेगावाट के प्लांट से 12 लाख लोगों को बिजली मिल सकती है। इस दौरान उपमहाप्रबंधक अरुण कुमार, एसडीएम शशिभूषण, एसके वाल्यान, ब्रजेश, मनोज सरदाना, एसडीओ बिजली अभिषेक सोनकर, नायब तहसीलदार भुवनेंद्र कुमार मौजूद रहे।