बांदा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुवार को भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। मंदिरों और घरों में विधि विधान से लड्डू गोपाल का पूजन किया गया। रात में जन्मोत्सव मनाया गया। महिलाओं ने बधाइयां गाई। पुलिस लाइन, थाना चौकियों सहित जेल में जन्माष्टमी पर धार्मिक आयोजन हुए। झांकियां सजाई गई।
मंडल कारागार में मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों, झालरों सजाया गया। जेल अधिकारियों और बंदी रक्षकों समेत बंदियों ने उत्साह मनाया। पुलिस लाइन व कोतवाली, थाना, चौकियों में स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में भी जन्मदिन की धूम रही। यहां देर रात तक भजन-कीर्तन व भंडारा हुआ।
अयोध्यावासी मंदिर को बिजली की रोशनी व फूलों की लड़ियों से सजाया गया। महेश्वरी देवी मंदिर भी बिजली के कुमकुम और झालरों से जगमगाता रहा। मंदिरों और झांकियों के पट देर रात के बाद ही खुले। इसी प्रकार घरों में स्थित मंदिरों को भी लोगों ने भव्य तरीके से सजाया। रात होते ही कान्हा के जन्मदिन की धूम परवान चढ़ गई।
मंदिरों और झांकी स्थलों पर ‘नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की’ हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लााल के जयकारों के बीच लड्डू गोपाल को झूला झुलाया। प्रसाद का वितरण किया गया। कई मंदिरों और घरों में राधा-कृष्ण वेशधारी छोटे-छोटे बच्चों ने झांकियां आकर्षण का केंद्र रही।
बांदा। खप्टिहा कलां कस्बे के राधाकृष्ण मंदिर, रामजानकी मंदिर, रघुवीर, खेरापति मंदिर सहित योगिनी आश्रम में गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही। जन्मोत्सव के बाद भजन संध्या के आयोजन हुए। श्रीकृष्ण के रूप में सजे बच्चें आकर्षण का केंद्र रहे। गिरवां के खत्री पहाड़ स्थित विंध्यवासिनी मंदिर में रामलीला का मंचन हुआ। श्रीकृष्ण की झांकियां सजाई गई।
प्रमोद शुक्ला, रवि, दिवाकर, देवीदीन, विनय, विक्रम ने बताया कि यहां छह दिनों तक धार्मिक आयोजन होंगे। तिंदवारी कस्बे के रामजानकी मंदिर, सहित भुजौली, गरौती, गोधनी आदि गांवों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भजन कीर्तन आदि हुए। थाने में प्रभारी कौशल सिंह ने भगवान की आरती उतारी। जसपुरा कस्बा के बड़े व छोटे शिवाला सहित शंकर मंदिर, पारदेश्वर मंदिर और थाने में कान्हा का जन्म पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। प्रसाद वितरण किया गया।