उरई। बुढवा मंगल का पर्व भक्तिभाव के साथ मनाया गया। हनुमान लला, मारुति नंदन के दर्शनों के लिए मंदिरों मे भारी भीड़ उमडी। भक्तों ने भगवान की सुंदर झांकी का दर्शन कर पूजा पाठ किया। सभी जगह पर अखंड रामायण तथा हवन किया गया। सुबह से देर रात तक वातावरण पवनसुत के जयकारों से गुंजायमान रहा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मेले का निरीक्षण किया।
शहर प्राचीन ठंडेश्वरी मंदिर मे महंत सिद्धाराम दास महाराज ने भगवान का भव्य शृंगार कर अलौकिक झांकी सजाई। बडे़ मंगल का पर्व होने के कारण घरों व मंदिरों मे पूजा पाठ की तैयारी होने लगी।हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विशाल मेले का आयोजन किया गया। लोगों ने खरीदारी की। बच्चों ने झूले के साथ चाट, पकौडी का जमकर लुत्फ उठाया। संकटमोचन मंदिर में आस पडोस के गांवों के लोग भारी संख्या में दर्शन करने पहुचें।
बुढ़वा मंगल के पर्व पर कई स्थानों पर भंडारे का आयोजन भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। सुबह से शाम तक प्रसाद वितरण का क्रम चलता रहा। कही पर हलुआ पूरी, कही पर सब्जी पूडी तथा बूंदी का प्रसाद बांटा गया। मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जहां पर भक्तों ने जमकर प्रसाद ग्रहण किया। ठड़ेश्वरी मंदिर, चिंतापूर्ण, राधाकृष्ण मंदिर आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भंडारा आयोजित किया।
कोंच में बुढवा मंगल पर नगर व क्षेत्र के विभिन्न हनुमान मंदिरों में तमाम धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए, श्रद्घालुओं की भारी भीड़ मंदिरों में रामभक्त आंजनेय हनुमान का दर्शन पाकर कृतार्थ हुई। सुप्रसिद्घ दोहर के महावीर, उरई रोड स्थित पंचमुखी हनुमान जी महाराज, गुदरिया हनुमान मंदिर, किष्किंधा हनुमान मंदिर तथा पसरट के हनुमान मंदिर पर बिशेष अनुष्ठान और भंडारों का आयोजन किया गया। जिनमें हजारों भक्तों ने प्रसाद छका। कई मंदिरों में श्रीराम चरित मानस के अखंड पाठ आयोजित किए गए।
रामपुरा में नगर में बुढ़वा मंगल पर्व को लेकर संकट मोचन हनुमान मंदिर व दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर समेत अन्य मंदिरों में मंगलवार की सुबह से ही मंगल आरती होने के बाद से भक्तों की भारी भीड़ बाबा के दर्शन करने मंदिरों में पहुंची। कई जगह जवाबी कीर्तन भी हुए।
जालौन में स्थापित भगवान श्रीराम के भक्त श्रीहनुमानजी के मंदिर बिरिया खेड़ा मंदिर, श्रीवीर बालाजी मंदिर, पतंगेश्वर मंदिर, इक्कीस फुट के हनुमानजी, बालाजी हनुमंत साधना धाम, संकट मोचन मंदिर, कोतवाली के सामने काली माता मंदिर के पीछे हनुमान मंदिर, दक्षिण मुखी लोहा पीटा के पास, कुटिया वाले मंदिर, बस स्टैंड के पीछे स्थिति हनुमानजी मंदिर, अकोढ़ी में दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर, कामाक्षा देवी मंदिर परिसर में स्थापित हनुमान मंदिर में आज बुढ़वा मंदिर में आज विशेष रूप से भगवान का श्रृंगार किया गया और पूजा अर्चना की गई। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। यह क्रम पूरे दिन चलता रहा। भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर सिंदूर (चोला) चढ़ा कर तथा चना गुड़, पुआ, लड्डू तथा मिष्ठान व फल चढ़ाकर माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। श्रीवीर बालाजी हनुमान मंदिर पर मां नवदुर्गा नगर सेवा समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा भंंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे की शुरुआत ब्लॉक प्रमुख रामराजा निरंजन ने कन्यापूजन कर की।
कोटरा में बुढ़वा मंगल का पर्व श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया। इस दौरान कस्बा के विभिन्न हनुमान मंदिर पर भव्य सजावट की गई एवं कन्या भोज सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। कस्बा के नदी किनारे नक्की बाबा हनुमान जी मंदिर पर बुढ़वा मंगल के अवसर पर मेला एवं दंगल का आयोजन किया गया। दंगल का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष सियासरण व्यास ने फीता काटकर किया। दंगल में दो दर्जन से अधिक पहलवानों ने अपनी कला का कौशल दिखाया।
इसमें मोनू कानपुर एवं सुरेंद्र पहलवान के बीच मुकाबला हुआ। इसमें मोनू कानपुर ने जीत दर्ज की। वही प्रीतम हरदोई, पवन कोटरा, गोपाल यादव कोटरा, शिवम ठाकुर सिकरी, अनुज औरैया, दुर्गेश सिकरी व्यास, ऋषभ कोटरा, मोहित पहलवान, सत्यम ठाकुर सिकरी ने अपने कला का प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। दंगल में निर्णायक की भूमिका सुरेंद्र स्वामी लक्ष्मण रहे। मंदिर के महंत अमरेश तिवारी ने विजेता पहलवान को पुरस्कार वितरित की है।
कुठौंद के बाजार में स्थित संकट मोचन मंदिर में सुबह से ही पूजा अर्चना व हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो गया। भक्त पूरे दिन हवन पूजन करते रहे। आचार्य ने मंत्र उच्चारण के साथ भगवान हनुमान की पूजा अर्चना कराई। हनुमानजी को भोग लगाने के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कमेटी के अमित गुप्ता, अंजनी मिश्रा, अश्वनी पाल, पवन रोशन आदि मंदिर की व्यवस्था में लगे रहे। (संवाद)