फर्रुखाबाद/अमृतपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालय के बच्चों को मूलभूत सुविधाएं देने के दावे की पोल जनपद में खुल रही है।
ब्लाॅक राजेपुर क्षेत्र में कई विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं, जिनके भवनों के नीचे बैठकर बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। जो जर्जर भवन नीलाम भी हुए हैं, वह अभी तक बनने शुरू नहीं हुए। पड़ताल में यह बात सामने आई।
प्राथमिक विद्यालय गलारपुर का जर्जर भवन वर्ष 2018 में नीलाम हुआ था, लेकिन अभी तक नए भवन का निर्माण शुरू नहीं हुआ। विद्यालय में बने अतिरिक्त कक्ष में कुर्सी-मेज के साथ ही अन्य सामान भरा है। पंजीकृत 169 बच्चों की कक्षाएं स्कूल के पास लगे पेड़ों के नीचे चल रही हैं। विभागीय अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते पांच साल से पेड़ के नीचे ही बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। साप्ताहिक लगने वाले बाजार के दौरान बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत होती है।
प्राथमिक विद्यालय हरसिंहपुर कायस्थ का भवन वर्ष 2021 में गंगा की बाढ़ से हुए कटान से कट गया था। तबसे भवन नहीं बनवाया गया। इसके चलते इस स्कूल के बच्चे भी खुले में ही पढ़ाई कर रहे हैं। यह हाल तब है, जब भवन निर्माण के लिए आरईएस संस्था को मई 2023 में 15.14 लाख का बजट आवंटित किया जा चुका है, लेकिन यहां जगह का पेंच फंसा है। ग्राम प्रधान सुधीर कुमार बताते हैं कि स्कूल निर्माण के लिए लेखपाल ने जो जगह नापी है, वहां पानी भर जाता है। ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्तावित जगह की लेखपाल नाप नहीं कर रहे हैं।
‘दोनों विद्यालयों के निर्माण के लिए जगह दिलाए जाने के लिए पत्रावली एसडीएम अमृतपुर को भेजी जा चुकी है। जगह मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा। -अनूप कुमार सिंह, खंड शिक्षाधिकारी