उरई। कायाकल्प की राज्यस्तरीय टीम ने मंगलवार को जिला पुरुष अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल में जगह-जगह गंदगी देखकर टीम ने नाराजगी जताई। नर्सिंग स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ टीम के पूछे गए सवालों के सही जवाब नहीं दे पाए।
कायाकल्प की राज्य स्तरीय टीम में शामिल मंडलीय क्वालिटी परामर्शदाता बांदा डॉ. तरन्नुम, हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर विवेक राजधर व राममनोहर लोहिया महिला अस्पताल फर्रुखाबाद हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर डॉ. फिरोज ने मंगलवार को जिला अस्पताल में आकर जांच की। टीम ने नर्सिंग स्टाफ से ओटी के औजारों की देखरेख के बारे में पूछा लेकिन स्टाफ सही जवाब नहीं दे पाया।
टीम ने ऑक्सीजन मास्क की सफाई के बारे में पूछा लेकिन कोई स्टाफ संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सफाई करने वाले तरल पदार्थ की मात्रा के बारे में कोई स्टाफ जवाब नहीं दे पाया। इंफेक्शन कंट्रोल नर्स (आईसीएन) व मेट्रन भी जवाब नहीं दे पाई। इस पर टीम ने नाराजगी जताई। जनपदीय कायाकल्प परामर्शदाता डॉ. अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत यह राज्य स्तरीय मूल्यांकन (असेसमेंट) हो रहा है। यदि मूल्यांकन के दौरान 70 फीसदी अंक मिलते है तो जिला अस्पताल को कम से कम तीन लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा। टीम ने सीएमएस डॉ. अविनेश कुमार बनौधा एवं मरीजों से भी फीडबैक लिया। इस दौरान बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एसपी सिंह, डॉ अरविंद श्रीवास्तव, डॉ पंकज वर्मा, डॉ श्रवण कुमार, बृजेश कुमार कश्यप, जितेंद्र कुमार आदि रहे।