ललितपुर। मोबाइल लेने की जिद ने 15 दिनों में ही एक और किशोर की जान ले ली। किशोर ने मोबाइल के पिता से 20 हजार रुपये मांगे। पिता ने आश्वासन दिया, मटर बिकने पर दिला दूंगा। इसी बात से नाराज किशोर ने फंदे से लटककर जान दे दी। इससे पहले सात अप्रैल को एक किशोरी मोबाइल के लिए खुदकुशी कर चुकी है।
मामला कोतवाली महरौनी के तहत गांव छायन का है। भागचंद का छोटा बेटा पुष्पेंद्र (17) कई दिनों से पिता से मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। शनिवार दोपहर को उसने एक फिर पिता से मोबाइल के लिए 20 हजार रुपये की मांग की। पिता भागचंद ने पुष्पेंद्र से कहा, दो-तीन दिन बाद मटर बिक जाएगी तो मोबाइल दिला दूंगा। यह सुनकर पुष्पेंद्र जिद करने लगा कि नहीं उसे आज ही मोबाइल चाहिए। इसपर भागचंद ने गुस्से में कहा, यदि उसे फौरन रुपये चाहिए तो मटर ले जाकर बेच दे और मोबाइल खरीद ले। यह कहकर भागचंद मजदूरी करने चले गए। यह बात पुष्पेंद्र को चुभ गई। वह घर से बिना बताए ही निकल गया। रात भर पुष्पेंद्र घर नहीं लौटा। परिजनों ने समझा कि शायद वह किसी रिश्तेदारी में चला गया होगा।
रविवार सुबह पुष्पेंद्र का बड़ा भाई अंकित मोहल्ले में चक्की पर जा रहा था। रास्ते में उसकी नजर पड़ोस के खेत में एक जामुन के पेड़ पर पड़ी। पेड़ पर उसका छोटा भाई पुष्पेंद्र रस्सी के फंदे पर लटक रहा था। यह देख अंकित ने शोर मचाया। गांव के लोग जुट गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुष्पेंद्र दसवीं तक पढ़ा था। इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी।
सात अप्रैल को एक किशोरी मोबाइल के लिए कर चुकी है खुदकुशी
इससे पहले सात अप्रैल को एक किशोरी भी मोबाइल के लिए खुदकुशी कर चुकी है। थाना गिरार अंतर्गत ग्राम गर्रौली निवासी चंदा (15) पुत्री गनेश ने बीमार पिता से मोबाइल की मांग की थी। पिता ने मोबाइल दिलाने से इन्कार किया तो तो चंदा ने कीटनाशक पीकर जान दे दी।