बांदा। मौसम बदलने से सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ने लगे हैं। बच्चों में निमोनिया अटैक का खतरा बढ़ गया है। बाल रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन चार से पांच मरीज निमाेनिया के आ रहे हैं। डॉक्टर इस मौसम में सर्दी से बचने की सलाह दे रहे हैं। उधर, डेंगू बुखार का फैलाव थम नहीं रहा। शनिवार को पैथोलॉजी जांच में तीन और नए मरीज डेंगू के मिले। डेंगू मरीजों की संख्या अब तक 364 पहुंच गई है।
जिला अस्पताल में इन दिनों सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के ज्यादा मरीज आ रहे हैं। फिजिशियनों की 100 मरीजों की ओपीडी में 60 मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार के आ रहे हैं। बाल रोग विभाग की 100 बच्चों की ओपीडी में 70 बच्चे सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित मिले हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि इन बच्चों में चार से पांच बच्चों में निमोनिया बुखार की शिकायत मिल रही है। शुरुआती सर्दी की वजह से बच्चों में सर्दी जल्दी असर कर जाती है, जिससे बच्चों में निमोनिया हो जाता है। जिला अस्पताल में निमोनिया से ग्रसित शहर के निम्नीपार निवासी सुरभि (2) पुत्री शिवपूजन को निमोनिया के चलते भर्ती कराया गया है। इसी तरह खुरहंड निवासी आर्यन (2) पुत्र शिवकुमार को 15 दिन से बुखार आने की वजह से भर्ती कराया गया है। डॉक्टर ने उसकी जांच कराई है।
उधर, डेंगू बुखार का फैलाव कम नहीं हो रहा। शनिवार को पैथोलॉजी जांच में 22 सैंपल डेंगू के लगाए गए। इनमें शहर के शंकर नगर निवासी सत्यम (21), बंगालीपुरा निवासी सुधा (50), पत्यौरा गिरवां निवासी रामकृष्ण प्रजापति (20) को डेंगू बुखार की पुष्टि की गई। पैथोलॉजी में शनिवार को 220 मरीजों ने अपनी जांच कराई। डेंगू से अब तक मिलने वाले मरीजों की संख्या 364 पहुंच गई है।