फर्रुखाबाद। शासन के आदेश पर अब जनपद में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी आयुष्मान योजना से जोड़े जाएंगे।
इससे आयुष्मान कार्ड धारकों को पीएचसी में भी भर्ती कर इलाज दिया जाएगा। जिले में 10 सरकारी व 13 निजी अस्पताल पहले से सूचीबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत कार्ड धारकों को पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज देने की व्यवस्था है। आयुष्मान कार्ड बनाने पर पूरा जोर दिया जा रहा है। अभी तक जनपद में लोहिया महिला व पुरुष अस्पताल, सिविल अस्पताल लिंजीगंज व सात सीएचसी सहित 10 सरकारी अस्पताल व 13 निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध हैं।
अब प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व छूटे हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने अस्पतालों में बेड की क्षमता घटाकर न्यूनतम चार बेड कर दी है। इससे जिले में आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में सीएचसी फतेहगढ़ व कंपिल सहित 36 सरकारी अस्पताल और बढ़ जाएंगे। कुल 59 अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। ग्रामीण क्षेत्र में 34 व नगरीय क्षेत्र में छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।
शासन से जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को आयुष्मान से जोड़कर कार्ड धारकों को इलाज देने के आदेश दिए जा रहे हैं। वहीं, व्यवस्थाओं पर नजर डालें तो कई पीएचसी में डॉक्टर ही नहीं हैं। जहां डॉक्टर की तैनाती है भी, वहां डॉक्टर ड्यूटी पर जाते नहीं। कई पीएचसी में एलटी न होने से मरीजों की जांच भी नहीं हो पाती।
हालत यह है कि शासन से सख्ती के बाद सूचीबद्ध सीएचसी में औपचारिकता पूरी करने के लिए दो-चार आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज किया जा रहा है। इन परिस्थितियों में आयुष्मान कार्ड धारकों को पीएचसी में कितना बेहतर इलाज मिलेगा, यह तो समय ही बताएगा।