सबहेड : बांध में 10-11 एमसीएम पानी भरने की रहेगी क्षमता
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। बालाबेहट क्षेत्र में पानी का संकट दूर करने के लिए यहां से गुजरने वाली सौंर नदी पर बांध बनेगा। यह बांध 10-11 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी क्षमता का होगा। इससे पेयजल के साथ-साथ किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। सिंचाई विभाग ने सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बांध निर्मित हो जाने से इस क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ मिलेगा।
वर्ष 2017 में बालाबेहट क्षेत्र में सौंर नदी पर रबर डैम परियोजना को शासन ने निरस्त कर दिया था। बालाबेहट क्षेत्र में प्रस्तावित रहे बड़े डैम परियोजना में सबसे बड़ा पेंच वन विभाग की भूमि का आ रहा था। इस डैम के बनने पर वन विभाग की कई हेक्टेयर जमीन इसके डूब क्षेत्र में आ रही थी। इस कारण बांध की लागत काफी बढ़ रही थी। अब बालाबेहट क्षेत्र के लोगों की पेयजल व सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने नई परियोजना पर काम शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार यह बांध सौंर नदी पर बने पुल के अप स्ट्रीम क्षेत्र में बनाया जाएगा। सर्वे प्रक्रिया में करीब छह माह का समय लगेगा। अधिकारियों के अनुसार बालाबेहट में बांध बनाए जाने का काम वर्ष 2024 के अंत तक शुरू होने का अनुमान जताया है।
खास बातें
– चार एमसीएम पानी सिंचाई को
– एक एमसीएम पानी पेयजल को
– तीन गेट लगेंगे बांध में
– 10 हजार लोगों को मिलेगा पेयजल का लाभ
बल्क ड्रग पार्क के लिए भी आरक्षित रहेगा पानी
तहसील महरौनी क्षेत्र के सैदपुर में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क को आठ एमसीएम पानी की आवश्यकता रहेगी। बांध से 5 एमसीएम पानी बल्क ड्रग पार्क के लिए भी आरक्षित किया जाएगा। पार्क तक बालाबेहट से पानी किस प्रकार पहुंचेगा। इसकी कार्ययोजना बाद में तैयार करने की बात अधिकारियों ने कही है।
बालाबेहट क्षेत्र में पेयजल व सिंचाई के लिए सौंर नदी पर एक बांध बनाए जाने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। सर्वे होने के बाद इसकी आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अनुमान है कि 2024 के अंत तक इस बांध के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
शीलचंद्र उपाध्याय, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई निर्माण मंडल झांसी
बालाबेहट में प्रस्तावित बांध का फिजिकल व हार्डलॉजी सहित टेक्निकल सहित अन्य काम करा लिए गए हैं। सर्वे का काम कराया जा रहा है। जल्द ही बांध के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
सीपी सिंह, अधिशासी अभियंता, सिंचाई निर्माण खंड द्वितीय