उरई। मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं में मानवीय आर्थिक एवं सामाजिक क्षति की रोकथाम के लिए राजकीय मेडिकल काॅलेज में लोक संवाद का आयोजन किया गया।
प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि अधिकारी, छात्र-छात्राएं, जनमानस सड़क सुरक्षा नियम जीवन में संस्कार की तरह आत्मसात करें। उन्होंने कर्मयोगी बनने के लिए गीताज्ञान, सड़क सुरक्षा मानव रक्षा, प्रदेश में दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने पर बल दिया। कहा कि मन और विवेक को काबू में रखकर वाहन चलाना चाहिए। क्रोध व नींद की दशा में वाहन का संचालन न करें।
उन्होंने कहा कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गंभीर है। उन्होंने कर्मयोग के माध्यम से सड़क दुर्घटना में कमी लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज समृद्ध बनता हैं साथ ही समाज में फैली नकारात्मकता कम होगी। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि इस योजना से छात्रों कसे आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीए, सीडीएस, नीट जैसी प्रतियोगिताओं के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करना हैं। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के होनहार छात्रों को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, विधायक माधौगढ़ मूलचंद्र निरंजन, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के उपनिदेशक एसएन त्रिपाठी, सड़क सुरक्षा के डिप्टी कमिश्नर मयंक ज्योति, मिशन कर्मयोगी वक्ता आचार्य रामकृष्ण गोस्वामी, कपिल आनंद चतुर्वेदी, एसपी ईरज राजा ने मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत सड़क दुर्घटना में मानवीय, आर्थिक एवं सामाजिक क्षति की रोकथाम के लिए लोक संवाद आदि विषयों पर प्रकाश डाला।
डीएम चांदनी सिंह ने अतिथियों का आभार जताया। सीडीओ डॉ. अभय कुमार श्रीवास्तव, एडीएम न्यायिक मोतीलाल यादव, नगर मजिस्ट्रेट रामप्रकाश, परियोजना निदेशक शिवाकांत द्विवेदी, एसडीएम अभिषेक कुमार, उप शिक्षा निदेशक लखनऊ भगवत पटेल, एआरटीओ प्रशासन सौरभ कुमार, एआरटीओ प्रवर्तन विनय पांडेय, डीआईओएस राजकुमार पंडित, बीएसए सचिन कुमार, समाज कल्याण अधिकारी प्रवीन कुमार सिंह, समाज कल्याण अधिकारी विकास सत्यम त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।