ललितपुर। किसान कुदरत की मार से पहले ही बेहाल हैं। अब जब फसल बेचने की बारी आई है, तो यहां भी सरकारी नीतियां किसानों को बेहाल कर रही हैं। सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने में पहले तो किसान ओटीपी का झंझट झेल रहे हैं। इसके बाद केंद्रों पर पल्लेदार न होने से किसानों को ही गेहूं को उतारना पड़ रहा है। वहीं कई क्रय केंद्रों पर बारदाना खत्म हो गया है। में किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर पहुंच ही नहीं रहे हैं। जिले में खोले गए 53 क्रय केंद्रों पर एक अप्रैल से अब तक 5500 एमटी गेहूं की ही खरीद हुई है। जिले के क्रय केंद्रों के हालात पर पढि़ए रिपोर्ट…
महरौनी के दो केंद्रों पर बिका 6600 क्विंटल गेहूं
महरौनी में ब्लॉक कार्यालय स्थित किसान सेवा सहकारी समिति के क्रय केंद्र पर 10 हजार क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन यहां अब तक महज एक हजार क्विंटल गेहूं की ही खरीद हो सकी है। वहीं यहां पर कृषि उपज मंडी स्थित खुले एफसीआई के केंद्र पर 15 हजार क्विंटल के सापेक्ष अभी तक 5600 क्विंटल गेहूं की खरीद ही हो सकी है। किसान बताते हैं कि क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए पहले पंजीयन कराना पड़ता हैं। इसके बाद किसान द्वारा बोये गए गेहूं के रकबे का सत्यापन होता है। इसके बाद गेहूं बेच पाते हैं। इसमें काफी झंझटें हैं। इसके साथ ही केंद्र पर पल्लेदार नहीं आ रहे हैं। इससे किसान केंद्र पर नहीं पहुंच रहे हैं।
गिरार क्रय केंद्र पर खत्म हो गया बारदाना
मड़ावरा में साधन सहकारी समिति गिदवाहा के क्रय केंद्र कारीटोरन में 3200 क्विंटल ही गेहूं खरीदा जा सका है। जबकि साधन सहकारी समिति धौरीसागर के केंद्र गिरार में 2200 क्विंटल गेहूं क्रय करने के बाद बारदाना खत्म खत्म हो गया। सौंरई केंद्र पर मात्र 700 क्विंटल, तिसगना मंडी क्रय केंद्र पर अभी तक मात्र 3000 क्विंटल गेहूं की ही खरीद हो सकी है।
तीन किसान की गेहूं बेचने आए
पाली तहसील क्षेत्र के बिरधा किसान सेवा सहकारी समिति पर गेहूं क्रय केंद्र पर अभी तक कुल तीन किसानों से 137.50 क्विंटल गेहूं खरीदा जा सका है। क्रय केंद्र प्रभारी शिवराज कुशवाहा का कहना है कि सुबह नौ से पांच बजे तक क्रय केंद्र खुला रहता है लेकिन किसान नहीं आ रहे हैं इसलिए गेहूं की खरीद कम हो पाई है। पाली तहसील मुख्यालय पर 20 किसानों ने 1250 क्विंटल गेहूं की खरीद हो सकी है।
मैंने अपना 22 क्विंटल गेहूं को क्रय केंद्र पर तुलवाया है। समय तो लगा लेकिन शाम तक तौल पूरी कर हो गई है। – वासु अहिरवार, किसान सिंगेपुर
हम अपने कागजात गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी को दिखाने और भुगतान के संबंध में जानकारी लेने आए थे। यदि कोई दिक्कत न हुई तो तीन दिन बाद गेहूं केंद्र पर लेकर आएंगे। – किशन अहिरवार, किसान, सिंगेपुर
क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने में काफी परेशानी आई। पंजीयन कराया तो सत्यापन में दिक्कत हुई। कभी सिग्नल नहीं आए, तो कभी ओटीपी नहीं आ पा रहा था। – लक्ष्मन सिंह, महरौनी
गेहूं बेचने के लिए जो नियम बनाये गए हैं। वह बड़े जटिल हैं। जिस वजह से किसान गेहूं बेचने के लिए परेशान हो रहा है। लेकिन पारदर्शिता जरूरी भी है। – मनोहर सिंह
कुल केंद्र-53 सेंटर
अब तक कुल खरीद -5500 मीट्रिक टन
निर्धारित दर 2125 रुपये प्रति क्विंटल
महरौनी किसान सेवा सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की जा रही है। अभी तक एक हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस समय पल्लेदार नहीं आने से खरीद बंद है। आने वाले दिनों में तय लक्ष्य के अनुसार खरीद हो जाएगी। – नीरज कुमार गुप्ता, प्रभारी किसान सेवा सहकारी समिति, महरौनी
किसान क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने तो आ रहे हैं, लेकिन सत्यापन में परेशानी हो रही है। जिस वजह से किसान क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। 15 हजार क्विंटल के लक्ष्य के सापेक्ष 5600 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। – राजीव रंजन, प्रभारी, भारतीय खाद्य निगम क्रय केंद्र, महरौनी
जिले में अब तक 5500 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। गिरार सेंटर पर बारदाना खत्म होने की जानकारी मिली है। उसे भेज दिया गया।-राकेश कुमार त्रिपाठी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी