बांदा। जिले के कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश से बिजली आपूर्ति व यातायात प्रभावित रहा। दोपहर बाद मौसम के बदले मिजाज से कई पेड़ गिर गए तो वहीं बिजली के पोल गिर गए। इससे शहर सहित कई गांवों में बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गई। आंधी से खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल उड़ गई।
मौसम विभाग ने दो मई तक मौसम खराब होने को अलर्ट जारी किया है। रविवार की दोपहर तेज आंधी के साथ हुई बारिश से लोगों के न केवल टीन टप्पर उड़ गए बल्कि बड़े-बड़े पेड़ जड़ से उखड़ गए। शहर के बिजली खेड़ा में पेड़ की डाल बिजली के तारों में जा गिरी। गनीमत रही कि सप्लाई बंद थी। अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। इसी प्रकार हरदौली रोड में बिजली का पोल झुक गया। जिससे कई तार टूट गए। भूरागढ़, अतर्रा रोड में भी कई बिजली के पोल झुक गए और तार टूट गए।
गायत्री नगर बिसंडा रोड में नीम का पेड़ के पेड़ की डाल सड़क पर गिर गई। इससे आवागमन प्रभावित हो गया। बाद में ग्रामीणों डाल को सड़क से हटाकर किनारे किया। वहीं नाई के पास बिजली का तार टूट जाने से बिजली आपूर्ति देर शाम तक बाधित रही। बबेरू के पुनाहुर गांव पास बीच सड़क में पेड़ के गिर जाने से घंटों जाम लगा रहा। सूचना पर पहुंचे वन विभाग ने पेड़ को सड़क से अलग कर यातायात सुचारू किया। ओरन में बारिश से नाली नाला उफना गए। नालियों का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया। जिससे अफरा तफरी मच गई।
जसपुरा में खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल आंधी में उड़ गई। बारिश बंद होने के बाद घंटों किसान फसल को समेटने में जुटे रहे। कस्बे के पास बिजली का तार टूट जाने से कई घंटे तक बिजली ठप रही। गिरवां के विंध्यवासिनी देवी मंदिर के पास आंधी से गरीबों की झोपडिय़ों के टीन टप्पर उड़ गए।। बस स्टाप में यूकेलिप्टस का पेड प्राइवेट बस की छत पर गिर गया। हालांकि यात्रियों को कोई चोट नहीं पहुंची है। पोट टूटने से देर शाम तक बिजली व्यवस्था धड़ाम रही। तिंदवारी, नरैनी, पैलानी और खुरहंड में भी आंधी व बारिश से बिजली व यातायात प्रभावित रहा। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक दिनेश शाहा का कहना है कि अभी दो दिनों तक मौसम का मिजात यू ही रहेंगा।