
वाराणसी में जश्न मनाते भाजपा कार्यकर्ता
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वाराणसी में मेयर के चुनाव में जितने मत भाजपा को मिले हैं, उतने सपा और कांग्रेस प्रत्याशी मिलकर भी नहीं प्राप्त कर सके। कांग्रेस के वोट बैंक में भी गिरावट आई है। निगम के पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ने जहां एक लाख से ज्यादा मत प्राप्त किए थे, वहीं इस बार एक लाख के करीब भी नहीं पहुंच सके। सपा के पक्ष में मतदान जरूर बढ़ा है, लेकिन यह जीत दिलाने में नाकाम साबित रहा।
पिछली बार की अपेक्षा इस बार भाजपा प्रत्याशी अशोक तिवारी के जीत का अंतर बढ़ा है। रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत मिली है। मेयर पद के प्रत्याशी अशोक तिवारी ने 1,33,137 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से सपा के ओपी सिंह को चुनाव में हराया। इससे पहले मेयर पद के किसी प्रत्याशी ने इतने बड़े अंतर से चुनाव नहीं जीता है।
नगर निगम के इतिहास में पहली बार शहर में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। पार्षद पद के 63 प्रत्याशी चुनाव जीतकर मिनी सदन पहुंचे हैं। इस बार विपक्ष ने भाजपा किला ध्वस्त करने की व्यूह रचना बनाई थी, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी।
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