जीआईएस सर्वे में हुए चिह्नित, नगर निगम को होगी करीब नौ करोड़ आय
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। महानगर के 1.18 लाख नए भवन गृहकर के दायरे में आ गए हैं। जीआईएस सर्वे के दौरान इन भवनों को चिह्नित किया गया है। 55 वार्डों का सत्यापन होने के बाद नगर निगम ने करीब 86 हजार भवनों को नोटिस भी जारी कर दिया है। बताया गया कि नए भवनों से गृहकर वसूली में निगम को करीब नौ करोड़ रुपये अतिरिक्त आय होगी।
नगर निगम ने भौगोलिक सूचना प्रणाली यानी जीआईएस की मदद से शहर के सभी भवनों की डिजिटल मैपिंग कराई है। बताया गया कि अब तक कर निरीक्षक की गणना के आधार पर गृहकर लगता है। एक बार भवन का वार्षिक मूल्यांकन तय होने के बाद उसका पुनरीक्षण नहीं होता है। जबकि, मकान दो से तीन मंजिल बन जाता है। इससे निगम को आय में नुकसान होता है। इसको मद्देनजर रखते हुए जीआईएस सर्वे कराया गया। अब तक नगर निगम 1,09,557 भवनों से ही गृहकर वसूल रहा था। मगर 60 वार्डों का जीआईएस सर्वे पूरा होने के बाद गृहकर जमा करने की संख्या दोगुनी से भी अधिक हो गई है। बताया गया कि सर्वे में 2,27,981 भवनों को चिह्नित किया गया है। इसमें 1,18,424 नए भवन हैं। इनमें से 85742 नए भवनों को नगर निगम ने गृहकर जमा करने का नोटिस जारी कर दिया है। इन भवनों से निगम को करीब नौ करोड़ रुपये आय होगी।
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जीआईएस सर्वे में 1,18,424 नए भवन चिह्नित हुए हैं। इनमें से करीब 86 हजार भवनों को गृहकर जमा करने का नोटिस भी दिया जा चुका है। अब गृहकर के दायरे में कुल 2,27,981 भवन आ गए हैं। – धीरेंद्र मोहन कटियार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी।