यूपी पुलिस (फाइल फोटो )
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भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में आगरा में तैनात मुख्य आरक्षी के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में सिपाही के पास 63 लाख 97 हजार रुपये की संपत्ति अधिक पाई गई है।
नवाबाद थाना इलाके के मेडिकल कॉलेज के पीछे महाराणा प्रताप नगर निवासी दीपक सिंह सेंगर आगरा में स्थानीय अभिसूचना इकाई में तैनात है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन को उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की गोपनीय शिकायत मिली थी।
संगठन के मुख्यालय ने इसकी जांच एंटी करप्शन बरेली के इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी को सौंपी थी। मुख्य आरक्षी की एक जनवरी 2013 से 31 दिसंबर 2021 के बीच 93,88,262 रुपये की आय सामने आई। जबकि, इसी अवधि में मुख्य आरक्षी ने 1,57,85,262 रुपये व्यय किए। आय के मुकाबले 63,97,101 व्यय अधिक पाया गया। जो मुख्य आरक्षी की आय से 68.13 प्रतिशत अधिक रहा। इस पर दीपक सिंह सेंगर से जवाब मांगा गया था। लेकिन, वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस पर एंटी करप्शन बरेली के इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी की तहरीर पर शहर कोतवाली में मुख्य आरक्षी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि सिपाही के खिलाफ जब जांच शुरू की गई थी, तब वह झांसी में एंटी करप्शन में तैनात था। इसके अलावा वह झांसी में कई थानों में भी तैनात रह चुका है। जमीनों के कारोबार में भी आरोपी सिपाही का नाम सामने आता रहता है। उसने इलाइट चौराहे के पास ऑफिस भी बना रखा है।