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फोटो – 27 जिला अस्पताल में बिना मास्क के पर्चा काउंटर पर खड़े लोग। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी

उरई। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद जिला अस्पताल में सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। यहां आने वाले मरीज न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही उनकी त्वरित जांच की जा रही है। जबकि इस समय मौसम में बदलाव के चलते बुखार, शरीर में दर्द, जुकाम के मरीज अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। इन मरीजों का अस्पताल में सैंपल भी नहीं लिया जा रहा है।

काउंटर पर पर्चा बनवाने से लेकर अंदर डॉक्टर के कमरे तक भीड़ का प्रबंधन करने की कोई व्यवस्था नहीं है। काउंटर पर पर्चा बनवाने के दौरान लाइन लगाने और दूर-दूर खड़े करने की कोई व्यवस्था नहीं है। पर्चा काउंटर पर मरीजों की भीड़ लगी रहता है। लोग बिना मास्क लगाए खड़े रहते हैं।

अधिकतर बुखार के मरीजों को कमरा नंबर छह में भेज दिया जाता है। डॉक्टर के पास मरीज को एक-एक कर भेजने की कोई व्यवस्था नहीं है। सभी मरीज डॉक्टर को घेरकर खड़े हो जाते हैं और पर्चा आगे बढ़ा देता है उसी के लिए डॉक्टर दवा लिख देते हैं।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को कोरोना नियमों का पालन करने के बारे में चेताया जा रहा है लेकिन लोग इन आदेशों को ठेंगा दिखाकर भीड़ लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। लोगों की लापरवाही आगामी समय में बड़े खतरे का कारण बन सकती है। सीएमओ एनडी शर्मा का कहना है कि लोगों को कोरोना के प्रति लगातार जागरूक किया जा रहा है। लोगों को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए।

मरीजों की जांच कर रहे डॉक्टर मरीजों से घिरे रहते हैं। जो भी मरीज आगे पर्चा बढ़ाता है उससे डॉक्टर उसकी परेशानी पूछकर दवा लिख देते हैं। मरीज के लिए वहां न तो बैठने की जगह है और न ही डॉक्टर उसकी जांच करते हैं। दवा लिखकर कुछ ही सेकेंड में डॉक्टर अगले मरीज की तरफ बढ़ जाते हैं।

उधर, जिला अस्पताल के कमरा नंबर छह को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाने का कक्ष भी बना दिया गया है। इस दौरान एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में मरीज उमड़ते हैं। लेकिन यहां भी बिना मास्क के भीड़ मौजूद रहती है।



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