कोंच। कस्बा हो या ग्रामीण क्षेत्र, रोजाना आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं सामने आ रहीं हैं।
लगातार बढ़ती जा रही इन घटनाओं ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। गुरुवार को कोंच सीएचसी में 17 लोगों ने एंटी रेबीज की डोज लगवाई, जिनमें 10 लोग पहली डोज वाले शामिल हैं। इतने मरीजों की संख्या रोजाना सीएचसी पहुंच रही है।
कस्बे में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। खूंखार कुत्तों के झुंड सरकारी कार्यालयों, बाजारों, विद्यालयों और रिहायशी इलाकों के गली-कूचों में देखने को मिल रहे हैं।
कई खूंखार कुत्तों ने बच्चों से लेकर मवेशियों तक को घायल कर अस्पताल पहुंचाया है लेकिन किसी जिम्मेदार ने इन घटनाओं को लेकर अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है, जबकि कुत्तों का कहर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है।
हालांकि ऐसे आवारा कुत्ते जो शहरियों की जान के दुश्मन बने हैं, को पकड़कर जंगलों में छुड़वाए जाने की जिम्मेदारी नगरपालिका प्रशासन की है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे समस्या बड़ी होती जा रही है।
गुरुवार को सीएचसी में 17 लोगों ने एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाए हैं। जिनमें दस लोगों ने पहली डोज लगवाई है। कस्बे के जगदीश, मोहिनी, राजेश राठौर, जुनैद, राज व ग्राम महेशपुरा के मुन्ना राजा, ग्राम जुझारपुरा के आलम, ग्राम क्योलारी के मानसिंह आदि डोज लगवाने के लिए सीएचसी पहुंचे।
कोंच। लगातार बढ़ती जा रही कुत्तों के काटने की घटनाओं ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। कुत्तों के आतंक से बच्चों का घर से बाहर खेलना भी मुश्किल हो गया है। मां-बाप ने बच्चों को गली मोहल्लों में खेलने पर पाबंदी लगा दी है।