– धूमधाम से हुआ भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह, बरात में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
अमर उजाला ब्यूरो
ललितपुर। कथा व्यास चिन्मयानंद बापू ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अकेले ओम नाम का उच्चारण करे तो वह भगवान के संपूर्ण नामों का जाप करता है। उसको परमात्मा के सच्चे स्वरूप का बोध होता है। इस अवसर पर भगवान शिव की बरात निकाली गई। श्री तुवन मंदिर प्रांगण में शिव पुराण कथा में भगवान शिव के विवाह की कथा का वर्णन करते हुए चिन्मयानंद बापू ने कहा कि हमारा मन और चित सुंदर नहीं होता और जिस व्यक्ति का चित परमात्मा में लीन हो। अंदर से वह सुंदर हो उसका स्वरूप भी सहज सुंदर होता और वंदनीय हो जाता है। इसलिए बाहर की सुंदरता ठीक करने से पहले प्रत्येक जीव को अपनी आंतरिक सुंदरता बढ़ानी चाहिए और परमात्मा के श्रीचरणों में अपनी भक्ति को और ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्वती माता जन्म से ही भगवान शिव की भक्त थीं। बचपन से ही उन्होंने शिवलिंग की पूजा की इसलिए उन्हें भगवान भोलेनाथ पति स्वरूप में मिले। हम किसी भी जीवन की यात्रा पर जाएं तो धर्म को न छोड़ें। सदैव धर्म को लेकर ही हम किसी भी मार्ग पर आगे बढ़ें। इस अवसर पर भगवान शिव की बरात पशु चिकित्सालय से निकलकर कथा प्रांगण पहुंची। इस दौरान टीकमगढ़ से आए डमरू दल और भूत पाटो की टोली बरात में आकर्षण का केंद्र रही। सदर विधायक राम रतन कुशवाहा, सुभाष जायसवाल, मनमोहन जड़िया, श्यामकांत चौबे, प्रियंक, अरविंद वैद्य, अजय तिवारी नीलू, विजय उपाध्याय, माधव चौबे, अभिषेक चौबे आदि मौजूद रहे।