उरई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में पराविधिक स्वयंसेवकों (पैरालीगल वालिंटियर) की समीक्षा बैठक जिला दीवानी न्यायालय परिसर में हुई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व एडीजे महेंद्र कुमार रावत ने स्वयंसेवकों को निर्देशित किया कि वह जिले के सभी सार्वजनिक स्थलों पर तहसील मुख्यालयों के सरकारी कार्यालयों, बैंक और डाकघर में भ्रमण करते हुए विधिक सेवाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाएं।
उन्होंने नौ दिसंबर को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए उत्साहपूर्वक कार्य करने की नसीहत दी। लोगोंं को यह भी समझाना है कि राष्ट्रीय लोकअदालत में दीवानी, राजस्व, श्रम मामले, धन वसूली वाद एवं मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर, विद्युत अधिनियम एवं जलकर से संबंधित वाद और पारिवारिक, वैवाहिक दांपत्य विवाद से संबंधित वादों, मुकदमा, लघु एवं शमनीय आपराधिक वाद और चेक बाउंस के मामले नियत किए जाएंगे। इनका निस्तारण सुलह-समझौते अथवा जुर्म स्वीकारोक्ति के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने जिला कारागार में निरूद्ध विचाराधीन बंदियों की जमानतें न्यायालयों से हो चुकी हैं लेकिन जमानतगीर के अभाव में वह रिहा नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे बंदियों के परिजनों से संपर्क स्थापित करते हुए उन बंदियों के परिवार की सामाजिक, आर्थिक स्थिति के बारे में रिपोर्ट करके उन बंदियों की जमानत कराने में उनकी सहायता करें। इस दौरान महेश परिहार, देवेंद्र आजाद, अरविंद, योगेंद्र तखेले, महेंद्र मिश्रा, विपिन, धर्मेंद्र, अनुराग स्वर्णकार, कमलेश, गजेंद्र, रणजीत सिंह, रामसिंह, राजीव गुप्ता, मनीषा चतुर्वेदी, अलका भारती, शीलिमा, रचना आदि मौजूद रहीं।