अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मेडिकल कॉलेज में पत्नी का इलाज करा रहे युवक ने कैंपस के बाहर जाकर जहर खा लिया। क्योंकि अस्पताल में युवक की अपनी पत्नी से कहासुनी हो गई थी लिहाजा कुछ देर बाद जब पत्नी ने फोन किया तो उसने जहर खाने की बात बताई। बीमार पत्नी तत्काल कैंपस से बाहर आई और पति को इलाज के लिए मेडिकल कालेज ले गई। यहां उपचार भी हुआ लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
टोड़ी फतेहपुर थाना इलाके के गड़ा गांव निवासी भूपेंद्र पाल (29) की तकरीबन 11 साल पहले शादी नीता से हुई थी। 21 नवंबर को नीता घर में पुताई कर रही थी। इसी दरम्यान वह गिर गई, जिससे उसके हाथ में फैक्चर हो गया था। उसका इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी था। पति भूपेंद्र पिछले दस दिनों से मेडिकल में रहकर नीता की तीमारदारी में जुटा हुआ था। दो दिन पहले दोनों के बीच अस्पताल में किसी बात का लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद भूपेंद्र खाना लेकर आने की बात कहकर निकल गया था। जब काफी देर तक वह वापस नहीं लौटा तो नीता ने उसे फोन किया। इस पर भूपेंद्र ने बताया कि उसने जहर खा लिया है। आनन-फानन नीता उसके पास पहुंची और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बता दें कि मृतक के छह साल का बेटा ऋतिक है। भूपेंद्र दो भाइयों में बड़ा था और पिता के साथ खेती-बाड़ी करता था। घटना के बाद से परिजनों का बुरा हाल बना हुआ है।