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आज के युग में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। महिलाओं ने किसी भी क्षेत्र में अपनी योग्यता साबित की है। आज हम एक ऐसी ही महिला के बारे में बात करेंगे, जो बेंगलुरु की सबसे अमीर महिला हैं और उन्होंने महज 10,000 रुपये से अरबों रुपये की कंपनी खड़ी की है। इतना ही नहीं उन्होंने पिछले साल 96 करोड़ रुपये का दान भी दिया था. उस महिला का नाम किरण मजूमदार-शॉ है.

2023 में 96 करोड़ रुपये का दान दिया

किरण मजूमदार शो बिजनेस का जाना-माना नाम हैं। उन्होंने लोगों के कल्याण के लिए भी काफी काम किये हैं. पिछले साल घोषित एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2023 में उन्हें दूसरे स्थान पर नामित किया गया था। उन्होंने 2023 में 96 करोड़ रुपये का दान दिया, जिसमें से अधिकांश विज्ञान, अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में था।

कौन हैं किरण मजूमदार-शॉ?

किरण मजूमदार-शॉ बायोकॉन लिमिटेड की संस्थापक हैं। इस कंपनी की मार्केट वैल्यू आज 347000000000 (3 खरब 47 अरब रुपए) है। यह एक बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है। उनका जन्म 23 मार्च 1953 को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुआ था। अब उनकी उम्र 70 साल है. उनके पिता का नाम रसेन्द्र मजमुदार था।

Remembering my darling daddy who left me 31 years ago. He continues to guide me and give me courage. 🙏❤️❤️ pic.twitter.com/Xqn4eVD5Cu

— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) February 20, 2024

किरण मजमुदार-शॉ ने कहाँ अध्ययन किया?

किरण मजमुदार-शॉ ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा बिशप कॉटन गर्ल्स हाई स्कूल, बेंगलुरु से की। इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से संबद्ध माउंट कार्मेल कॉलेज से पढ़ाई की। किरण ने 1973 में बैंगलोर विश्वविद्यालय से जीवविज्ञान और प्राणीशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

किरण डॉक्टर बनना चाहती थीं

किरण मजमुदार का सपना डॉक्टर बनने का था, लेकिन स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण उनका सपना अधूरा रह गया। हालाँकि, बाद में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न विश्वविद्यालय में माल्टिंग और ब्रूइंग का अध्ययन किया और 1975 में मास्टर ब्रूअर की डिग्री प्राप्त की।

Thinking Huts, a nonprofit organization, is 3D printing schools in line with its mission to make education accessible to millions of children and young adults. https://t.co/VPV3s5h8aC

— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) February 15, 2024

बायोकॉन की स्थापना कब हुई थी?

किरण मजूमदार ने ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद 1978 में बायोकॉन की स्थापना की। उन्होंने इस कंपनी की शुरुआत एक छोटे से गैराज में महज 10,000 रुपये से की थी. कंपनी की शुरुआत पपीते से पपेन एंजाइम निकालने से हुई। इसका उपयोग मांस को कोमल बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, उन्होंने बीयर को साफ़ करने के लिए इस्तेमाल होने वाले इंसिग्लास को निकालने के व्यवसाय में भी अपनी किस्मत आज़माई। एक साल के भीतर, किरण को बड़ी सफलता मिली और बायोकॉन अमेरिका और यूरोप के कई हिस्सों में एंजाइम निर्यात करने वाली पहली कंपनी बन गई। वर्तमान में किरण की कुल संपत्ति 23247 करोड़ रुपये है।



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