राजापुर (चित्रकूट)। नगर निकाय के चुनाव में राजापुर कस्बे में अध्यक्ष पद का प्रचार के दौरान गुरुवार की रात को चुनावी माहौल बेहद गर्म हो गया। निर्दलीय प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व विधायक ने उनके चुनाव चिह्न गदा को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। उनसे जान का खतरा है। पूर्व विधायक ने आरोपों को गलत बताया। कस्बे में स्टेटिक टीम ने निर्दल प्रत्याशी के चार समर्थकों को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने पर पकड़ लिया। इसे लेकर कस्बे में जुलूस निकाला गया।
राजापुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए निवर्तमान अध्यक्ष आदर्श द्विवेदी निर्दलीय चुनाव चिह्गन दा से चुनाव मैदान में हैं। स्टेटिक टीम के प्रभारी तहसीलदार संजय अग्रहरि ने बताया कि सूचना पर उनकी टीम ने गुरुवार की रात को कुछ लोगों द्वारा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते पाये जाने पर निर्दल प्रत्याशी आदर्श द्विवेदी के चार समर्थक मोनू, राहुल, शिवा व विशाल को पकड़कर पुलिस थाने ले गई। इनके पास से प्रत्याशी व चुनाव चिह्न छपी टीशर्ट पहने और बिना मुद्रक प्रकाशक के पंपलेट मिले। इसकी जानकारी होते ही निर्दल प्रत्याशी के समर्थक भड़क गए और कस्बे में जुलूस निकालकर आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व विधायक आनंद शुक्ला के इशारे पर यह सब हो रहा है। उनके समर्थकों को जेल भेजा जा रहा है।
थाने पहुंची निर्दल प्रत्याशी आदर्श व उनके पति मनोज द्विवेदी ने आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व विधायक ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में एक सभा में उनके चुनाव चिह्न गदा को लेकर अपशब्द कहे हैं। बताया कि गदा तो दुर्योधन भी लिए था, ऐसे लोगों का वध करना चाहिए। इसका वीडियो भी होने का दावा किया गया। पूर्व विधायक से जान का खतरा बताकर रिपोर्ट दर्ज कराने व सुरक्षा दिलाने की मांग की। आधी रात तक बेहद तनावपूर्ण माहौल में एसडीएम प्रमोद झा, तहसीलदार संजय अग्रहरि, सीओ शीतला प्रसाद पांडेय व थाना प्रभारी भास्कर मिश्रा ने बातचीत के जरिए मामले को खत्म कराया।
शुक्रवार को तहसीलदार ने बताया कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों की सामग्री बरामद कर चेतावनी देकर छोड़ा गया है। निर्दल प्रत्याशी की तहरीर पर जांच कराई गई लेकिन कोई वीडियो या साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया है ऐसे में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उधर, भाजपा के पूर्व विधायक आनंद शुक्ला ने कहा कि उन्होंने किसी को अमर्यादित शब्द नहीं कहे हैंं।
भाजपा की जीत देखकर निर्दल प्रत्याशी उन पर फर्जी आरोप लगा रहे हैं। प्रशासन ने उनके समर्थकों को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन में पकड़ा था इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। गदा संबंधी बयान पर वह बोले कि उन्होंने कहा कि गदाधारी अत्याचारी व दुराचारियों को नैतिक तरीके से रास्ते से हटाना जरूरी है।