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उरई। अगले साल की गर्मी में लोगों को विद्युत फॉल्ट और लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिल सकती है। फरवरी तक सुधारीकरण के कार्य को बिजली विभाग पूरा करने का दावा कर रहा है।

विभाग दो योजाओं के माध्यम से 31 करोड़ रुपये खर्च कर पुराने ट्रांसफार्मर हटाकर उनके स्थान पर उनसे अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों को लगा रहा है। साथ ही जर्जर लाइनों को भी बदला जा रहा है।

नई योजनाओं के जरिए पुरानी व्यवस्था में वृद्धि और सुधार करते हुए बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इससे शहर के सबसे प्रभावित क्षेत्रों में इंदिरा नगर, तिलक नगर, पटेल नगर व बघौरा के साथ ही जिले के कई प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलेगी। विभागीय जानकारी के अनुसार इसमें एडिशनल बिजनेस प्लान में जिले को 11 करोड़ रुपये मिले हैं।

वहीं, सिस्टम सुधारीकरण योजना में 20 करोड़ मिले हैं। जिनसे एक हजार से अधिक नए बिजली के पोल लगाए जाएंगे। इसके साथ ही 400 के करीब ट्रांसफार्मरों का लोड बढ़ाया जा रहा है। साथ ही कई किलो मीटर नई बंच केबल डाली जा रही है। बीसीबी मशीनों को भी बदला जा रहा है।

बिजनेश प्लान योजना में सबसे अधिक ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जाएगी, जिसमें 63 केवीए के 70 ट्रांसफार्मर हटाकर अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर लगेंगे। इसी तरह 100 केवीए के 40, 150 केवीए के 20, 400 केवीए के 15 ट्रांसफार्मरों को हटाकर उनके स्थान पर अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही 625 जर्जर पोल हटाकर नए लगाए जाएंगे। 67 किलोमीटर नई केबल डाली जाएगी। 54 बीसीबी मशीनों को बदला जाएगा।

सिस्टम सुधारीकरण में भी जर्जर व्यवस्था पर काम होगा, जिसमें 63 केवीए वाले 35, 100 केवीए वाले 35, 150 केवीए वाले 23, 400 वाले नौ ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि होगी। एक हजार बिजली के नए पोल लगाए जाएंगे। 10 बीसीबी मशीन बदली जाएंगी। 67 किलो मीटर केबल बदली जाएगी।

बजट आने और टेंडर प्रक्रिया के बाद काम शुरू कर दिया गया था। जर्जर उपकरणों को हटाकर बदला जाएगा। फरवरी तक इसे पूरा करने का प्रयास है। -आर के यादव, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग



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