उरई। उमरारखेड़ा, बघोरा के पूर्वी क्षेत्र और नई बस्तियों समेत शहर की कई कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को जल्द ही पेयजल संकट से मुक्ति मिल सकती है।
नगर पालिका मंगलवार को 220 करोड़ का प्रोजेक्ट शासन को भेजने जा रही है। इस प्रस्ताव के तहत पेयजल व्यवस्था से महरूम बस्तियों में पहली बार पेयजल लाइन डाली जाएगी और जहां पुरानी और खस्ताहाल हो चुकी हैं, उन लाइनों को बदलने का काम किया जाएगा। इसके अलावा ओवर हेड टैंक नलकूप आदि भी प्रस्ताव में शामिल किए गए हैं।
योजना है कि पहले चरण में ढाई हजार घरों को निशुल्क कनेक्शन दिया जा सके। पास होने के बाद लोकसभा चुनाव से पहले इसे पूरा करने का दम भरा जा रहा है।
अमृत योजना फेज-टू के तहत नगर पालिका परिषद की यह योजना पेजयल पुनर्गठन योजना के नाम से धरातल पर आएगी। इसी योजना को लेकर सोमवार को अधिशासी अधिकारी विमलापति की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें पालिकाध्यक्ष की ओर से उनके प्रतिनिधि विजय चौधरी मौजूद रहे।
इस दौरान ईओ ने बताया कि 220 करोड़ का प्रोजेक्ट है, प्रस्ताव तैयार हो चुका है। इस्टीमेट के तहत नौ ओवर हेड टैंक बनाए जाएंगे, इनके लिए 10 नलकूपों का भी प्रस्ताव शामिल है। इसके अलावा जिन बस्तियों में पेयजल लाइन नहीं है, ऐसी बस्तियों में 400 किलोमीटर तक पहली बार पेयजल लाइन डाली जाएगी। यह जल निगम के सर्वे के माध्यम से प्रस्ताव तैयार किया गया है।
जलसंस्थान ने भी अपनी जर्जर और पुरानी खस्ताहाल लाइनों के बारे में प्रस्ताव दिया था, जिसके तहत 132 किलोमीटर की लाइन बदले जाने का काम किया जाएगा। करीब तीन लाख की आबादी वाले इस शहर में इस योजना के तहत पहली बार ढाई हजार घरों को फ्री कनेक्शन दिया जाएगा।
मंगलवार तक यह प्रस्ताव शासन की एसएलटी कमेटी को भेज दिया जाएगा। जल निगम के अधिशासी अभियंता हिमांशु नेगी, जेई अनमोल अवस्थी, जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता विकास चौहान, जेई श्याम बहादुर और सभासद मौजूद रहे।