– देवोत्थान एकादशी के साथ शुरू हो जाएंगी शादियां
संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। देवोत्थान एकादशी बृहस्पतिवार 23 नवंबर को मनाई जाएगी। इसके साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। बैंड-बाजा-बरात की धूम रहेगी। इस बार देवोत्थान एकादशी पर जिले में 500 से अधिक शादियां होनी हैं। वहीं श्रद्धालु पूजा, वंदना कर क्षीरसागर में आराम कर रहे भगवान विष्णु का जागरण करेंगे। मंदिरों व घरों में तुलसी व भगवान शालिगराम जी का विवाह होगा।
धार्मिक मान्यता है कि देवशयनी एकादशी पर भगवान श्री विष्णु क्षीरसागर में योगनिद्रा को चले जाते हैं। इसके साथ ही चातुर्मास शुरू हो जाता है और वैवाहिक और शुभ कार्य थम जाते हैं। बृहस्पतिवार को देवोत्थान एकादशी से शादियों के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। इसे लेकर तैयारियां चल रही हैं। बुंदेलखंड विवाहघर एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक स्वामी ने बताया कि इस बार देवोत्थान एकादशी पर जिले में 500 से अधिक शादियां होंगीं। वहीं पंडित सुबोध शास्त्री के अनुसार देवोत्थान एकादशी पर मांगलिक व वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। यह विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त तिथि है।
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यह हैं शुभ तिथियां
महंत मार्तंड स्वामी के अनुसार नवंबर में 23, 24, 27, 28, 29, दिसंबर में 4, 6, 7, 8, 14, 15 विवाह की शुभ तिथियां हैं। इसके पश्चात 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में पहुंच जाएंगे और वैवाहिक कार्य थम जाएंगे। 14 जनवरी की मध्य रात्रि को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। 16 से विवाह कार्य पुन: प्रारंभ होंगे। जनवरी में 16, 17, 20, 21, 22, 27, 28, 29, 30 व 31 विवाह की शुभ मुहूर्त तिथियां है।
श्री तुलसी जू व भगवान शालिगराम जू का होगा विवाह समारोह
श्री सिद्धेश्वर मंदिर में 23 नवंबर को श्री तुलसी जू व भगवान शालिगराम जू का विवाह समारोह होगा। युवा ब्राह्मण महासंघ की बैठक में बताया कि भगवान शालिगराम जी की बरात 23 नवंबर को दोपहर दो बजे से निकलेगी। श्री सिद्धेश्वर मंदिर में वैवाहिक कार्यक्रम होंगे। बैठक में अध्यक्ष रवीश त्रिपाठी, महामंत्री संजीव शर्मा, मनोज पाठक, कमलेश मिश्रा, चंद्र प्रकाश मिश्रा मौजूद रहे।