सामान चोरी होने और शराबियों के हंगामा करने के मामले ज्यादा- रेलवे ने 2507 शिकायतों का किया निपटारा, छह अभी लंबित
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। रेलवे ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षित सफर कराने के दावे करता है, लेकिन ट्रेनों में सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। हालात यह हैं कि दिवाली पर ही ढाई हजार यात्रियों ने ट्रेन में असुरक्षित होने की शिकायत रेलवे से की। किसी का सामान चोरी हुआ, तो कोई शराबियों के हंगामे और अभद्रता करने से परेशान हुआ। झांसी मंडल में रेल मदद एप पर नवंबर माह में ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर 2513 शिकायतें दर्ज की गईं। जबकि 111 यात्रियों ने झांसी रेल मंडल के अलग अलग रेलवे स्टेशन पर असुरक्षित महसूस करने की शिकायत की। हालांकि रेलवे ने इन शिकायतों पर संज्ञान भी लिया और 2507 शिकायतों को निपटा भी दिया।
ट्रेनों में यात्रियाें को सुरक्षित सफर कराने के लिए जीआरपी और आरपीएफ जवानों की तैनाती की जाती है, लेकिन झांसी मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्री खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। नवंबर महीने में यात्रियों ने सबसे ज्यादा ट्रेनों में सुरक्षा न होने की शिकायत की। इतनी बड़ी संख्या में शिकायतें आने से साफ है कि ट्रेनों में सुरक्षा इंतजाम ठप हैं।
केस नंबर-एक
दंपती का चोरी हुआ बैग
22 नबंवर को अमृतसर एक्सप्रेस में सफर कर रहे दंपती का एसी कोच से बैग चोरी हो गया। यात्री ने रेल मदद एप के जरिये रेलवे से शिकायत की। यात्री की शिकायत पर जीआरपी ने मुकदमा पंजीकृत किया। इसके अलावा एक महिला ने सचखंड एक्सप्रेस के एसी कोच से सामान चोरी होने की शिकायत की।
केस नंबर दो
राजधानी में शराबी ने किया था हंगामा
दो नबंवर को ट्रेन संख्या 22691 बंगलुरू राजधानी एक्सप्रेस के एसी कोच में एक शराबी युवक ने नशे में हंगामा किया। इसकी शिकायत अन्य यात्रियों ने रेलवे से की। इसके बाद झांसी में ट्रेन पहुंचने पर शराबी युवक को उतारकर जीआरपी के हवाले किया गया।
केस नंबर तीन
लाश को सफर करता देख सहमे यात्री
छह नवंबर को तमिलनाडु संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में नागपुर के पास युवक की मौत होने के बाद शव को उतारा नहीं गया। लाश ने नागपुर से झांसी तक 600 किमी तक सफर किया। इसे लेकर कोच में सवार अन्य यात्री दहशत में आ गए। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर शव को उतारा गया।
ट्रेनों के समय से न चलने की शिकायतें भी खूब रहीं
एक महीने में ट्रेनों के समय से न चलने की शिकायतें भी खूब आईं। 728 यात्रियों ने ट्रेनों के समय से न चलने की शिकायत की। 469 यात्रियों ने कोच में पानी न होने, 444 यात्रियों ने कोच में गंदगी, 358 यात्रियों ने इलेक्टि्रक उपकरण खराब होने की शिकायत की।
वर्जन
रेल मदद एप पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जाता है। हर शिकायत को संबंधित स्टेशन पर अटैंड करके यात्री की समस्या सुनी जाती है। सुरक्षा संबंधी शिकायतों पर प्रभावी कार्रवाई भी की जाती है। – मनोज कुमार सिंह, पीआरओ, झांसी मंडल