चित्रकूट। खजुराहो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में मशहूर फिल्म अभिनेता अली खान और लेखक असगर वजाहत ने पत्रकारों से बातचीत की। अअभिनेता अली खान ने कहा कि यह बेव सीरीज का दौर है। दौर हमेशा बदलते रहते हैं। पहले एक्शन फिल्म का दौर था, फिर टेलीविजन का दौर आया और रामायण व महाभारत जैसे सीरियल बने। अब शार्ट फिल्म, नेट फ्लिक्स, ओटीटी आदि का दौर है। महान अभिनेता राजकपूर कहते थे कि दौर भले ही बदलते रहें, लेकिन सिनेमा हमेशा चलता रहता है। एनीमेशन फिल्में भी इस दौर में काफी कुछ योगदान दे रही हैं।
इन्होंने कहा कि यह फेस्टिवल दूसरे फिल्म फेस्टिवल से काफी अलग है। यहां युवाओं को भरपूर मौका मिलता है। युवाओं की भागीदारी और भूमिका काफी ज्यादा दिखाई पड़ती है। अभिनेता अली खान ने फिल्म गदर-2 और 150 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं। इसके अलावा एक से बढ़कर एक आइकोनिक रोल किए हैं।
अभिनेता अली खान ने कहा कि खजुराहो उन्हें अपने गांव की तरह महसूस हो रहा है और यह जगह अद्भुत है। उन्होंने बताया कि राजा बुंदेला उनके बहुत अच्छे मित्र हैं और मैंने उनके साथ काम किया है।
मशहूर लेखक असगर वजाहत ने कहा कि खजुराहो को फिल्म का गढ़ बनाने के लिए बाहर की चीज यहां रोपित न करें और स्थानीय लोगों के साथ रिसर्च और कंजर्वेट करके तथ्यों के आधार पर ही कहानी बनाएं। इस मौके पर डायरेक्टर अजय मनचंदानी, आमोद भट्ट, पूर्व मिस इंडिया अभिलाषा बतरा, अजीत सिंह, अंकित पहारिया व जानकीशरण गुप्ता आदि मौजूद रहे।