पूर्व विधायक दीपक यादव को नहीं मिली राखी बंधवाने की परमिशन, घर-घर जाकर बंधवाई सर्वजातीय बहनों से राखी….
बुंदेलखंड के चर्चित पूर्व विधायक एवम 1001 बहिनों के भाई पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव ने हाल ही में अपने इलाके में घर-घर जाकर राखी बंधवाई और भाई-बहन के रिश्ते की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भाई-बहन के स्नेह को किसी भी राजनीतिक षड्यंत्र से नहीं रोका जा सकता।
दीप नारायण सिंह यादव ने बताया कि वे हर साल रक्षाबंधन के अवसर पर अपने क्षेत्र के लोगों से मिलने और उन्हें राखी बंधवाने का काम करते हैं। उनका मानना है कि यह परंपरा न केवल भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाती है, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे को भी प्रोत्साहित करती है। इस बार भी उन्होंने अपने क्षेत्र में राखी महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसे प्रशासन ने मंजूरी न देते हुए रद्द कर दिया है। जिसकी वजह से वह विभिन्न गांवों और मोहल्लों में जाकर अपनी सर्वजातीय बहिनो से राखी बंधवाई। उन्होंने इस मौके पर राजनीतिक षड्यंत्रों की बात करते हुए कहा कि कुछ लोग इस पावन अवसर को भी राजनीति का हिस्सा बनाना चाहते हैं, लेकिन भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता और स्नेह को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके अनुसार, रक्षाबंधन जैसे त्योहार लोगों को जोड़ते हैं और समाज में एकता की भावना को बल देते हैं, जिससे किसी भी तरह के राजनीतिक षड्यंत्र की कोई जगह नहीं रह जाती। इस अवसर पर पूर्व विधायक ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी और आशा जताई कि यह त्योहार सभी के जीवन में खुशियों और समृद्धि की सौगात है। उनके इस प्रयास ने क्षेत्र में एक बार फिर भाईचारे और सामाजिक एकता की मिसाल पेश की है।