झांसी के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बकुवा में 7 जनवरी को एक विवाहिता फांसी के फंदे पर झूलती मिली थी, सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच में जुट गई थी, मौके पर पहुंचे मृतिका के मायके पक्ष के लोगों ने दहेज कि मांग पूरी न होने पर हत्या का आरोप लगाया था, जिस मामले में मृतिका की मां की ओर से दी गई, तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और तभी से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी, शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बकुवा निवासी वीरेंद्र अपनी पत्नी वंदना कुशवाहा और अपने माता-पिता और 3 वर्ष के बेटे के साथ गांव में ही निवास करता है, 7 जनवरी की सुबह-सुबह मोठ निकल गया, जब 10:00 बजे के आसपास खाना खाने के लिए आया तो देखा कि दरवाजा कमरे का अंदर से बंद है, जब उसने खिड़की से झांककर देखा तो उसकी पत्नी कमरे में लगे पंखे पर फांसी के फंदे पर झूल रही थी, जब उसने यह नजारा देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, आनन फानन में मुहल्ले वासियों की मदद से दरवाजा तोड़कर देखा तो उसकी पत्नी की मौत हो चुकी थी, सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मामले की जांच की, तत्पश्चात शव को उतार कर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच में जुट गई, मृतिका वंदना कुशवाहा की मां जानकी द्वारा दिए गए शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस ने मृतिका के पति वीरेंद्र उसके ससुर आसाराम एवम सास पार्वती के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी, मुखविर द्वारा सुबह 9:00 के आसपास सूचना मिली कि तीनों लोग भागने की फिराक में बकुवा बस स्टैंड पर खड़े हैं, जिस पर शाहजहांपुर पुलिस के उपनिरीक्षक राज किशोर, मिथिलेश एवम कांस्टेबिल शिवम और अंजुलि मौके पर पहुंचे और तीनों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है, हालांकि तीनों के जेल जाने के बाद 3 बर्षीय मासूम बेटे देव को उसकी नानी जानकी देवी के सुपुर्द कर दिया है।