बांदा। नगर निकाय के प्रथम चरण के मतदान के लिए परिवहन निगम की जिले से 41 रोडवेज बसें चली गई हैं। अब निगम के पास 51 बसें बची हैं। ऐसे में कानपुर, फतेहपुर व इलाहाबाद की यात्रा करने वाले यात्रियों को साधन के लिए बस स्टैंड पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं परिवहन विभाग ने अभी तक बसों के फेरे भी नहीं बढ़ाए हैं।
पुलिस अधीक्षक की मांग पर परिवहन निगम ने सोमवार को जनपद की 41 रोडवेज बसों को चुनाव ड्यूटी के लिए पुलिस लाइन भेज दिया। यहां से पुलिस कर्मी बसों में सवार होकर प्रतापगढ़, प्रयागराज, फतेहपुर नगर निकायों का चुनाव कराने के लिए जाएंगे। बसें पांच मई को वापस आएंगी। उधर, सहालग के चलते निजी बसें भी बरात लेकर चली गई हैं। इसके चलते मंगलवार को आसपास के जिलों में यात्रा करने के लि। यात्री बस स्टैंड पर साधन के लिए भटकते दिखे। कभी प्राइवेट बस स्टैंड तो कभी रोडवेज बस स्टैंड के चक्कर लगाते रहे। घंटों इंतजार के बाद भी साधन नहीं मिल रहे हैं। आलम यह है कि जो बसें चल रही हैं, वह स्टैंड में आते ही भर जाती हैं। भीड़ के कारण महिलाएं व वृद्ध यात्री बस में चढ़ तक नहीं पाते हैं। इधर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए बसों के फेरे भी नहीं बढ़ाए जा रहे हैं। इससे काफी परेशानी हो रही है।
प्रयागराज के बुजुर्ग यात्री मुकुंद लाल प्रजापति का कहना है कि रिश्तेदारी में आया था। वापस जाने के लिए दो घंटे से बस स्टैंड में बैठे हैं साधन नहीं मिल रहा है। प्राइवेट वाहन भी नहीं मिल रहे हैं। अब यात्रा के लिए ट्रेन का ही सहारा बचा है।
अलीगंज की रीता का कहना है कि बच्चों सहित कानपुर जाना है दो घंटे से बस स्टैंड में बैठे हैं, बस नहीं मिली। एक बस आई तो युवा यात्री चलती बस में चढ़ गए। उसके चढ़ने के पहले ही पूरी बस भर गई। अब तो ट्रेन से ही कानपुर जाना पड़ेगा।
चुनाव ड्यूटी में भेजी बसें
जनपद बस
चित्रकूट 6
प्रतापगढ़ 4
फतेहपुर 5
प्रयागराज 14
झांसी 5 जालौन 5 कौशंबी 2
योग- 41
चुनाव में बसें भेजना मजबूरी है। दो चार दिन यात्रियों को थोड़ा कष्ट सहना होगा। हालांकि बसें सभी मार्गों पर उपलब्ध हैं। जरूरत पड़ने पर फेरे बढ़ाए जाएंगे।
लक्ष्मण सिंह
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, बांदा