तालबेहट। प्रदेश सरकार गोवंशों के संरक्षण के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। बड़ा बजट खर्च करके गांव-गांव गो आश्रय स्थल खुलवाए गए हैं, लेकिन यहां अव्यवस्थाओं का अंबार है। सोमवार को बिजरौठा के गोआश्रय स्थल में तीन गोवंशों की मौत हो गई। जबकि छह गोवंश बीमार हैं। इसे लेकर गोसेवकों में आक्रोश है। एक ग्रामीण ने उपजिलाधिकारी संजय कुमार पांडेय को ज्ञापन देकर गोआश्रय केंद्र की व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने की मांग की है।
तालबेहट ब्लॉक के गांव बिजराैठा में 288 गोवंश संरक्षित हैं। मगर यहां अव्यवस्थाएं हैं। यहां भूसे में गंदगी रहती है। साथ ही जगह-जगह जलभराव रहता है। टिनशेड भी नहीं है। सोमवार सुबह जब गोआश्रय केंद्र के पास बने मंदिर पर गांव के राहुल चौबे पुत्र रामनिवास चौबे दर्शन करने गए तो उन्होंने देखा कि यहां तीन जानवर मृत पड़े हैं। जानवरों के लिए रखा भूसा काफी गंदा था। उन्होंने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर पूरे मामले की जांच कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
तीन दिन पहले मैं गोशाला गया था। सोमवार को तीन गायें मृत हुई हैं। जानकारी के बाद चिकित्सकों की टीम भेजकर जानवरों का उपचार कराया गया है। छह गोवंश बीमार मिले हैं। रविवार को बारिश से कुछ जगह जलभराव हो गया था। उसे सही करवा दिया गया है। – राजेश कुुमार बघेल, खंड विकास अधिकारी तालबेहट
– असमय बारिश के कारण जानवरों की व्यवस्था ठीक से नहीं हो पा रही है। गोशाला में जानवरों को बारिश एवं धूप से बचाव के लिए टिनशेड डलवाने के लिए कई बार अधिकारियों का अवगत कराया जा चुका है। – पहलवान सिंह राजपूत, प्रधान प्रतिनिधि, बिजरौठा