व्यापारी का फाइल फोटो
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जमीन को लेकर चल रहे संपत्ति विवाद में कोर्ट से मुकदमा हारने से परेशान व्यापारी ने देर-रात अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें अपने मौत के लिए भाई-भाभी, भतीजे एवं मौसा को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
कोतवाली के आंतिया तालाब के लोहा मंडी में अजीत अग्रवाल उर्फ बंटू 52 की गोयल हाउस के नाम से दुकान है। उसके पास ही उनके भाई की मार्बल की दुकान है। परिजनों का कहना है कि दोनों भाईयों के बीच पिछले काफी समय से संपत्ति विवाद को लेकर मुकदमा चल रहा था। पिछले सप्ताह कोर्ट ने बंटू के खिलाफ फैसला सुनाया। मुकदमा हारने के बाद से बंटू परेशान रहने लगे। सोमवार शाम को उनकी पत्नी अपने रिश्तेदार के घर मऊरानीपुर गई थीं।
रात में लौटने पर बंटू अपने कमरे से बाहर नहीं निकले। जब उन्होंने खिड़की से देखा तब वह फांसी के फंदे से झूल रहे थे। यह देखकर उनकी चीख निकल पड़ी। आसपास के लोग भी वहां आ गए। पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। सुसाइड करने से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, इसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए भाई, भाभी, भतीजे और मौसा को ठहराया। कोतवाल संजय गुप्ता के मुताबिक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।