झांसी। नगर निकाय चुनावों में पुलिस इस कदर उलझ गई कि उसे वांछितों की धर-पकड़ का भी होश नहीं रहा। पिछले एक सप्ताह के दौरान महानगर में तीन बड़ी वारदात हुईं। पुलिस ने इन सभी मामलों में मुकदमे भी दर्ज किए लेकिन, इनके वांछितों तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच सकी। इसका फायदा उठाते हुए कई वांछित पुलिस के चंगुल से दूर भाग चुके हैं।
नवाबाद के कुम्हार का कुआं मोहल्ले में 27 अप्रैल को बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाले छात्र सोनू प्रजापति ने एक लड़की एवं उसके परिजनों की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी थी। पिता गुलाब का कहना है कि लड़की अपने परिजनों के साथ मिलकर सोनू से पांच लाख मांग रही थी। पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी युवती, मां समेत रिश्तेदार ज्ञान सिंह, नवीन यादव, अरविंद पाल एवं राकेश साहू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस इस मामले में अब तक सिर्फ युवती एवं उसकी मां को ही गिरफ्तार कर सकी जबकि उसके चार रिश्तेदार अभी तक फरार हैं। इसी तरह सीपरी बाजार के पॉश कॉलोनी में भाजपा नेता के घर को निशाना बनाकर चोरों ने करीब 35 लाख के जेवरात पार कर दिए लेकिन, चुनाव में व्यस्त हो जाने की वजह से पुलिस बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी है। वहीं, कोतवाली इलाके में सोमवार देर-रात मार्बल कारोबारी ने अजीत गोयल ने फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले में भी पुलिस ने उसके बड़े भाई अनिल गोयल, भतीजा प्रिंस, पत्नी वीना एवं मौसा ओमी चौधरी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की लेकिन, यह भी पुलिस के हाथ नहीं आए। उधर, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि चुनाव में पुलिस फोर्स लगा हुआ है लेकिन, वांछितों की तलाश हो रही है। जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी कराई जाएगी।